देश के गौरव विंग कमांडर अभिनन्दन वर्धमान दुश्मन का सीना चीर कर सकुशल वापस स्वदेश लौट आए हैं. पूरा देश एक स्वर में उनकी शौर्य गाथा का गान कर रहा है. लेकिन, देश के सामने अब भी एक बड़ा प्रश्न बाकी है जिसका कोई जवाब नहीं मिल पाया है.
आतंकियों के हमले से कश्मीर के पुलवामा में देश के 40 जवान शहीद हुए, जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बमबारी की.
पाकिस्तान ने पलटवार कर अपने एफ-16 लड़ाकू विमान भेजे जिनमें से एक को मिग-21 में सवार अभिनन्दन ने मार गिराया. लेकिन, अपना विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण वह पाकिस्तान के क्षेत्र में चले गए और पकड़ लिए गए.
स्थिति की गंभीरता के मद्देनज़र पाकिस्तान को अभिनन्दन को तुरंत सकुशल छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा. अभिनन्दन वापस भारत चले भी आए, लेकिन इन सबके बीच एक सवाल उठ रहा है कि भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलने को लेकर कोई फैसला क्यों नहीं कर पा रहा है.
- अभिनन्दन तो हो गया, अब क्रिकेट विश्व कप का सवाल
- क्रिकेट में भी अभिनन्दन जैसा शौर्य दिखाने का समय
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को एक पत्र भेज कर सुरक्षा को लेकर सवाल उठाते हुए कहा था कि आईसीसी को उन सभी देशों को प्रतिबंधित कर देना चाहिए जहां से आतंकवादी निकल कर आते हैं.
बीसीसीआई का संकेत पाकिस्तान की तरफ था लेकिन आईसीसी ने बीसीसीआई के पत्र को खारिज करते हुए पाकिस्तान पर कोई भी प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि विश्व कप के मैचों में कोई बदलाव नहीं होगा.
अब यह बात सिर्फ भारत सरकार पर आ गई है कि वह स्पष्ट फैसला करे कि पाकिस्तान से विश्व कप मैच नहीं खेलना है.
सरकार ने बड़ा फैसला लेकर वायुसेना की कड़ी कार्रवाई की, और दुनिया के सामने पाकिस्तान की पोल खोल दी. लेकिन, विश्व कप मैच को लेकर सन्नाटा पसरा हुआ है.
बीसीसीआई से लेकर सभी ने विश्व कप मैच का फैसला सरकार पर छोड़ा हुआ है.
यदि भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ अपना मैच खेल लेता है तो इन सब कवायद का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.
दुनिया को यदि यह संदेश देना है कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देने वाला देश है तो भारत को पाकिस्तान के साथ विश्व कप मैच खेलने से इनकार करना होगा.
अब क्रिकेट के मैदान में भी अभिनन्दन जैसा शौर्य दिखाने का सही समय आ गया है, यहां भी वायुसेना की कड़ी कार्रवाई जैसा बड़ा फैसला लेना होगा.
पूरे देश की नजरें सरकार पर हैं कि वह घोषित करे कि भारतीय टीम पाकिस्तान से किसी भी हाल में अपना मैच नहीं खेलेगी.
भारत न केवल क्रिकेट में बल्कि अन्य किसी खेल में भी पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेलेगा.