देश में कोरोना वायरस की स्थिति लगातार खौफनाक और भयावह होती जा रही है और कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई है.
भारत में अभी अनलॉकडाउन का पहला चरण चल रहा है और स्थिति में सुधार के बजाय गिरावट आ रही है. यही हालात रहे तो भारत बहुत जल्द रूस को पीछे छोड़कर कोरोना मामलों में तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगा.
अनलॉकडाउन में लोग फुर्सत में घूम रहे हैं, सड़कों पर ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है, बाजार खुले हुए हैं, नेताओं की बयानबाजियां चल रही हैं, आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, अस्पतालों में मरीजों के लिए कोई जगह नहीं है, प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का खर्चा आसमान छू रहा है, मजदूरों के पलायन का मुद्दा पीछे छूट चुका है, लोगों की नौकरियां जा रहीं हैं और भारत कोरोना मामलों में चौथे नंबर पर पहुंच चुका है.
इन हालात में बस यही कहा जा सकता है कि अब भगवान मालिक है.
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोराेना संक्रमण के सर्वाधिक 11458 नए मामले सामने आए हैं जिससे संक्रमितों की संख्या तीन लाख को पार कर 3.09 लाख पहुंच गई है.
इस दौरान 386 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 8884 हो गई है.
देश में इस समय कोरोना के 1,45,779 सक्रिय मामले हैं जबकि इस महामारी से निजात पाने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की तुलना में 8551 अधिक 1,54,330 है.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 3493 नए मामले दर्ज किए गए हैं.
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में तमिलनाडु दूसरे पायदान पर है, जहां संक्रमितों की संख्या 40698 पर पहुंच गई है. दिल्ली की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है और देश में यह संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर है.
दिल्ली में 36824 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 1214 लोगों की जान जा चुकी है.
गुजरात चौथे स्थान पर है और इस राज्य में अब तक 22527 लोग इससे संक्रमित हुए हैं. उत्तर प्रदेश में अब तक 12616, राजस्थान में 12068, मध्य प्रदेश में 10443, पश्चिम बंगाल में 10244, बिहार में 6183, आंध्र प्रदेश में 5680, कर्नाटक में 6516 और जम्मू-कश्मीर में 4730 लोग कोरोना से प्रभावित हुए हैं.
कोरोना ने देश में सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में बरपाया है जहां इस महामारी से अब तक कुल 6346 लोगों की मौत हो चुकी है जो देश में इस संक्रमण से हुई कुल मौतों का 71.43 प्रतिशत है.
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई की समीक्षा की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की ओर से जारी कार्रवाई की समीक्षा के लिए वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की.
इस बैठक में महामारी के संदर्भ में राष्ट्रीय स्तर की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की गई.
बैठक में दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों और संघशासित प्रदेशों की स्थिति का जायजा लिया गया. इस बैठक में गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, मंत्रिमंडलीय सचिव, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक और अधिकारप्राप्त समूहों के संबंधित संयोजकों ने भाग लिया.
नीति आयोग के सदस्य और चिकित्सकीय आपात स्थिति प्रबंधन योजना से संबंधित अधिकारप्राप्त समूह के संयोजक डॉ. विनोद पॉल ने कोविड-19 की मौजूदा स्थिति और मध्यावधि में इससे जुड़े मामलों के भावी परिदृश्य के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया.
यह देखा गया है कि कोविड-19 के कुल मामलों में से दो-तिहायी मामले पांच राज्यों में हैं और उनकी बहुत अधिक तादाद बड़े शहरों में है.
सामने आ रही चुनौतियों विशेषकर बड़े शहरों के समक्ष उत्पन्न हो रही चुनौतियों को देखते हुए परीक्षण में वृद्धि किए जाने के साथ ही साथ बिस्तरों की संख्या में इजाफा करने और दैनिक मामलों में चरम वृद्धि होने की स्थिति में सेवाओं के उनसे प्रभावी रूप से निपटने के बारे में चर्चा की गई.
रिकवरी दर सुधर कर 49.95 प्रतिशत तक पहुंची
अभी तक कुल 1,54,329 रोगी कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके हैं. कोविड-19 मरीजों के बीच रिकवरी दर 49.95 प्रतिशत है. वर्तमान में, 1,45,779 सक्रिय मामले हैं और वे सभी सक्रिय चिकित्सा निगरानी के तहत हैं.
संक्रमित व्यक्तियों में नोवेल कोरोना वायरस का पता लगाने की आईसीएमआर की जांच क्षमता निरंतर बढ़ाई जा रही है.
सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या अब बढ़कर 642 हो गई है और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या अब बढ़कर 243 (कुल 885) हो गई है.
अभी तक जांच की गई कुल नमूनों की संख्या 55,07,182 हो गई है.