अभी तक की सबसे गर्म जुलाई

हाल ही में बीता जुलाई महीना, अत्यधिक चरम गर्मी, सूखा और जंगली आगों के साथ सर्वाधिक गर्म (Hottest Temperature in July) जुलाई महीनों में से एक रहा है.

पूरे यूरोप क्षेत्र में तापमान 1991-2020 की तुलना में औसतन 0.4 डिग्री सेल्सियस ज़्यादा रहा, जबकि दक्षिण-पूर्वी और पश्चिमी यूरोप औसत से ज़्यादा गर्म क्षेत्रों मे रहा, क्योंकि वहां मध्य जुलाई में सघन गर्मी-लू देखी गई.

विश्व मौसम संगठन की प्रवक्ता क्लेयर न्यूलिस के अनुसार ये गर्मी (heat) ला नीना प्रभाव के बावजूद पड़ी, जिससे कुछ ठंडा प्रभाव होने की सम्भावना थी. “हमने ऐसा कुछ ही स्थानों पर देखा, वैश्विक स्तर पर नहीं.”

पुर्तगाल, फ्रांस का पश्चिमी हिस्सा और आयरलैंड में गर्मी रिकॉर्ड पर रही, जबकि इंग्लैंड (London, England) में तापमान बिल्कुल पहली बार 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा.

वेल्स और स्कॉटलैंड में भी, राष्ट्रीय स्तर पर अभी तक के दैनिक तापमान का सर्वाधिक उच्च रहने के रिकॉर्ड टूटा.

स्पेन में भी जुलाई महीना अभी तक का सबसे गर्म जुलाई महीना रहा जहां औसत राष्ट्रीय तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा.

इसी बीच, हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका और भारत के दक्षिणी हिस्सों तक, और मध्य एशिया से लेकर ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर भागों तक, तापमान औसत से कम रहा.

कुछ ऐसा ही वातावरण आइसलैंड से लेकर पूरे स्कैण्डिनेविया से होकर बाल्टिक देशों और कैस्पियन सागर तक देखा गया.

उससे भी ज़्यादा जियॉर्जिया और तुर्की के अधिकतर हिस्से, तापमान, आमतौर पर औसत से कम रहा.

जुलाई महीने में अंटार्कटिक सागर में भी अभी तक की सबसे कम बर्फ़ देखी गई, जो औसत से पूरे 7 प्रतिशत कम थी.

आर्कटिक सागर में बर्फ़ औसत से चार प्रतिशत कम थी, जो सैटेलाइट रिकॉर्ड के अनुसार, जुलाई महीने में लगातार 12वीं बार सबसे कम थी.

विश्व मौसम संगठन की प्रवक्ता क्लेयर न्यूलिस ने बताया कि हिमनदों (Glaciers) ने बहुत ही क्रूर गर्मी देखी है.

वहां 8 से 26 जुलाई को चली लू बहुत गर्म व सघन रही जो रिकॉर्ड पर सबसे लम्बा समय था.


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