हम साहसी कहानीकार हैं. हमारा प्रयास है कि आप तक सही जानकारियां बेधड़क पहुंचें.
हम देश में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहे हैं.
हम वह बता रहे हैं जो आपको जानना ही चाहिए.
हम महत्वपूर्ण विषयों पर किसी भी व्यक्ति या संस्था के खिलाफ बेबाक लिखते हैं जब ऐसे किसी सत्य का प्रकाशन जनहित में हो.
बड़े दावों, प्रेस रिलीज, अनुमान एवं अटकलों पर आधारित पत्रकारिता को हम प्रश्रय नहीं देते.
कोशिश है कि हम भारत के हर राज्य से एवं विश्व के हर भाग से आप तक समाचार-विचार पहुंचाएं.
शुरुआत
2010भारत बोलेगा कांसेप्ट
भारत बोलेगा एक कांसेप्ट के रूप में जनवरी 2010 में उभरा. सैकड़ों नामों पर चर्चा के बाद ‘भारत बोलेगा’ पर सहमती बनी. यह नाम एक सहयोगी द्वारा सुझाया गया.
मैगज़ीन
परिशिष्टडमी इशू तैयार
तब हम हिंदी पत्रिका शुरू करना चाह रहे थे. पूरा ढांचा तैयार कर लिया गया. लेकिन, डमी इशू प्रकाशित करने से पहले वेबसाइट शुरू करना उचित समझा गया.
वेबसाइट
जोशकमाल का प्रोजेक्ट
धीरे-धीरे ‘भारत बोलेगा’ एक अच्छा प्रोजेक्ट दिखने-निखरने लगा. फिर तो हमने पत्रिका का विचार त्यागकर अपना पूरा जोश इस वेबसाइट में ही लगा दिया.
सम्प्रति
आप-हमसमाचार और विचार
हम नई टेक्नोलॉजी के पक्षधर हैं. इससे नए पाठकों से जुड़ने में मदद मिलती है. कोशिश है ताज़ा समाचार के साथ-साथ सामयिक विषयों पर महत्वपूर्ण पक्ष प्रकाशित किया जाता रहे.
समर्थन
24×7जानकारी व समझदारी
तब से कितने ही आचार-विचार क्यों न बदले, ‘भारत बोलेगा’ का समाचार साझा करने का तरीका – जानकारी भी, समझदारी भी – आपके समर्थन से बरकरार है.
संपादक
नीरज भूषणख़बर और विश्लेषण
‘भारत बोलेगा’ की शुरुआत ताबड़तोड़ ब्रेकिंग न्यूज़ परोसने के लिए नहीं, बल्कि आप तक ख़बर और विश्लेषण पहुंचाने के लिए की गई है. वेबसाइट का संचालन जी कैफे द्वारा होता है.