माइक्रोसॉफ्ट का नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 10 (Windows 10) अभी भी धीमा चल रहा है, जबकि इसका बाज़ार प्रवेश जुलाई 2015 में ही हो गया था.
हालांकि विंडोज 10 कंप्यूटर संचालन प्रणाली को सॉफ्टवेयर के लिहाज से बहुत सुरक्षित बताया जाता है लेकिन इसकी धीमी गति के कारण मात्र एक चौथाई विंडोज यूजर ही इसे इस्तेमाल में ला रहे हैं.
विंडोज 10 को विंडोज 7 व 8 की विशेषताओं के साथ-साथ कुछ नए फीचर को जोड़ कर बनाया गया था. कंपनी का दावा है कि अन्य संचालन प्रणाली के अपेक्षाकृत विंडोज 10 अधिक जल्दी खुलता है.
इसके इस्तेमाल में सबसे बड़ी बाधा है इंटरनेट पर इसका निर्भर होना. यही कारण है कि विंडोज 10 के इस्तेमाल में डाटा बहुत खर्च होता है. विंडोज का यह संस्करण आए दिन नए फीचर भी डाउनलोड करता रहता है.
यदि आपके पास इंटरनेट सुविधा नहीं है, तो इसकी कई विशेषताओं का पूर्ण उपयोग आप नहीं कर सकते हैं. और यदि आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो यह विंडोज को नया रखने के लिए नई फाइल डाउनलोड करता ही रहता है.
गोपनीयता की बात करें तो माइक्रोसॉफ़्ट कंपनी अपने विंडोज 10 उपयोगकर्ता से जानकारी लेती रहती है. जानकार बताते हैं कि माइक्रोसॉफ़्ट आपके द्वारा खरीदी गई सामग्री से लेकर आप किस-किस जगह पर जाते हैं उसकी जानकारी भी रखता है.
अगर आप विंडोज 7, विंडोज 8 या विंडोज 8.1 इस्तेमाल करते हैं तो विंडोज 10 के कई फीचर्स आपको नया-नया सा एहसास देंगे. विंडोज 10 में कई ऐसी खूबियां हैं जो आपको विंडोज एक्सपी की भी याद दिलाएंगी और आपको विंडोज 8.1 जैसा या उससे भी बेहतर ग्राफिक इंटरफेस का अनुभव होगा.
ज्ञात हो कि माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज 8 ऑपरेटिंग सिस्टम फ्लॉप साबित हुआ था. लेकिन कंपनी ने विंडोज 8.1 से काफी हद तक अपनी साख बचा ली थी. कंपनी को विंडोज 10 से बड़ी उम्मीदें हैं.
फिलहाल, माइक्रोसॉफ्ट के लिए यह चुनौती है कि वह कैसे उन कंप्यूटर यूजर को विंडोज 10 के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करे जो अभी भी तीन जेनरेशन पुराने विंडोज 7 का ही प्रयोग कर रहे हैं. आपको बता दें कि चार में से तीन कंप्यूटर यूजर अभी भी विंडोज 10 का इस्तेमाल नहीं करते.
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि साल 2020 से वह विंडोज 7 के लिए कोई मदद उपलब्ध नहीं करवाएगा. बहरहाल, विंडोज 10 के ट्रबलशूटर को खुद एक ट्रबलशूटर की जरूरत है.