‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ के ‘गजोधर’ के नाम से प्रसिद्धि पाने वाले मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (comedian Raju Srivastava) ने दुनिया से अलविदा कह दिया. वैसे तो राजू श्रीवास्तव पहले ही सिनेमा जगत में कदम रख चुके थे लेकिन उन्हें पहचान ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ शो से मिली जहां वे ऑडियंस के चहेते बने.
कहा जाता है जब सफलता मिलती है तो कोई पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहता. ऐसा ही किया राजू श्रीवास्तव ने, और वे एक के बाद एक शो करते चले गए. उनकी हालिया कॉमेडी ‘यमराज के भैंसे पर बैठोगे?’ चर्चा में रही.
उन्होंने प्रसिद्ध कॉमेडी शो कपिल शर्मा (Kapil Sharma Show) में भी विभिन्न पात्रों के साथ अपना किरदार निभाया. हाल ही में उन्हें ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ और ‘फिरंगी’ फिल्म में देखा गया.
उन्होंने राजनीति के सफ़र की शुरुआत 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से की जिसे छोड़ वे फिर बीजेपी में शामिल हुए. उसके बाद वह स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर के लिए नामित किए गए. साल 2019 में वे उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष बने.
दुनिया के सबसे बड़े चमड़े के उद्योग नगरी उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) मे राजू श्रीवास्तव का जन्म 10 दिसम्बर 1963 को एक मध्यवर्गीय घराने में हुआ था. बचपन में इनके माता पिता ने इनका नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव रखा था और बाल्यकाल से ही राजू श्रीवास्तव को कॉमेडी और मिमिक्री करने का शौक था.
अपनी इस प्रतिभा को निखारने के लिए वे कानपुर से मुंबई पहुंचे जहां उन्होंने अपना नाम राजू श्रीवास्तव कर लिया.
10 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने के बाद से एम्स में भर्ती थे
वैसे तो राजू श्रीवास्तव सेहत का हमेशा ख्याल रखते थे. लेकिन जिम (gym) में ही वर्कआउट करते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा (heart attack) जबसे वे दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती थे. इसी अस्पताल में 58 साल की उम्र में उन्होंने 21 सितम्बर को अंतिम सांस ली. वे पिछले लगभग 40 दिनों से वेंटिलेटर पर थे.
रोते हुए को हंसा देने की ऐसी कला कोई रखता था, तो आज के दिन वो थे कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव. लेकिन आज सबको रोता हुआ छोड़कर वे अकेला ही चले गए. उनके परिवार में पत्नी शिखा, एक बेटा और एक बेटी हैं.
बेसबब हंसी के पीछे छिपे राज गहरे होते हैं
दिल का दौरा आधुनिक युग की गंभीर समस्या बन गया है. हाल ही में मशहूर शो बिग बॉस (Bigg Boss) सीजन 2017 के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला (Siddhartha Shukla) का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ था.
गौरतलब है कि हम हर साल 29 सितंबर को ह्रदय दिवस (Heart Day) मनाते हैं. हर साल की तरह इस साल भी 29 सितंबर को विश्व ह्रदय दिवस मनाया जाएगा. दिल के रोगों से जुड़ी जागरूकता एवं सतर्कता की लहर फिर बहेगी. आए दिन दिल के रोगों से हो रही मौतों के आंकड़े थोड़ा कम होने की उम्मीद शायद फिर जगे, पर जिनकी जानें चली गईं उनकी भरपाई नहीं होगी. ज़रुरत है एक ऐसे मुहीम की जिससे हम अपने ह्रदय का ख्याल रख पाएं, क्योंकि बेसबब हंसी के पीछे छिपे राज गहरे होते हैं.