ईश्वर दीर्घायु या अमरत्व का वरदान दिया करते हैं. या फिर दुनिया में कोई ऐसा फल भी है जिसे खा कर अजर-अमर रहा जा सकता है?
किस्से कहानियों में हम अजर-अमर होने के बारे में सुनते-पढ़ते तो आ रहे हैं, लेकिन कोई ऐसा इंसान हमें नहीं मिला है जो अजर-अमर हो.
मौत तो शाश्वत सत्य है लेकिन हम एक सेहतमंद जीवनशैली अपना कर अपनी जीवन आयु बढ़ा सकते हैं.
जब दुनिया में मेडिकल साइंस ने ज्यादा शोध नहीं किया था, जब चारों तरफ प्लेग, चेचक, हैजा और मलेरिया जैसी महामारी से इंसान असमय ही काल-कवलित हो रहे थे, उस समय डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के लिए यह कल्पनातीत ही होगा कि एक इंसान की औसत आयु 90 साल तक हो सकती है.
उस समय तो इंसान मुश्किल से 60 भी नहीं पार कर पाता था. खैर, अब मेडिकल साइंस ने हमारी जीने की इच्छा को काफी बढ़ा दिया है और हम सेहतमंद जीवनशैली के साथ लंबी पारी खेलने के काबिल भी हो गए हैं.
जेनेटिक्स ने तो उस जीन को भी खोज लिया है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. कहा जा रहा है कि हम अपनी औसत आयु को 150 साल तक लंबा खींच सकते हैं.
यह सच है कि बुजुर्गों की ज़िन्दगी हम युवाओं को पहाड़ सी लगती है, लेकिन बुजुर्गों के अनुभव और संस्कार हमारे लिए तो पूंजी है और इसी पूंजी के सहारे हम युवा अपनी ज़िन्दगी की पारी भी लंबी खेल सकते हैं.
आपको क्या लगता है, दीर्घायु होने के लिए क्या खाना चाहिए?
सभी ने सुना होगा – ‘जैसा तन वैसा मन, जैसा भोजन वैसा शरीर’.
ड्रगलेस हेल्थ केयर सेंटर की डा. नम्रता गौतम कहती हैं, भोजन और जीवनशैली ऐसी हो, जिससे शरीर दीर्घायु रहे और स्वस्थ रहे. इसके लिए ज़रूरी है –
- अल्प भोजन अर्थात् भूख से थोड़ा कम खाएं.
- गेहूं की जगह जौ या ज्वार की रोटी खाएं.
- गरिष्ठ, तले हुए भोजन से परहेज रखें.
- भोजन में कच्ची सब्जियों और सलाद की मात्रा अधिक हो.
- मौसमी फल, सूखे मेवे (भिगोए हुए), व विभिन्न प्रकार के सूखे बीज नाश्ते में लें.
- पानी खूब पिएं जिससे पाचन सही रहे.
- संगीत का आनंद लेते हुए प्रसन्नतापूर्वक भोजन करें.
- प्रतिदिन योग, प्राणायाम, सैर जरूर करें.
डा. नम्रता के अनुसार शाकाहार दीर्घायु रखने में मदद करता है. और धूम्रपान और नशे से भी आपको दूर रहना होगा. मधुमेह और किडनी की बीमारी हो तो चिकित्सक की सलाह के अनुसार भोजन करें.