भारत का कोविड-19 टीकाकरण (COVID-19 vaccination) कवरेज 100 करोड़ (1,00,53,63,691) की उपलब्धि के पार पहुंच गया है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि का उत्सव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राजधानी दिल्ली के लाल किले में एक फिल्म और गीत को जारी करने के साथ मनाया.
अगर आपने अभी तक टीका नहीं लिया तो CoWIN वेबसाइट या ऐप पर अपॉइंटमेंट बुक करें या किसी भी टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लगवाएं. अगर आपने एक डोज लगवाई है और दूसरा टीका लेने का समय आ गया है, तो जल्द-से-जल्द अपनी जिम्मेदारी निभाएं.
रजिस्ट्रेशन के लिए इस लिंक पर जा सकते हैं https://selfregistration.cowin.gov.in/
शिकायतें आ रही हैं कि मुफ्त टीका नहीं मिल रहा, तो ऐसे स्थिति में थोड़ा इंतज़ार कर सकते हैं या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से जानकारी हासिल कर सकते हैं. अगर संभव हो तो परिस्थिति को देखते हुए प्राइवेट हॉस्पिटल से टीका खरीद सकते हैं.
ध्यान रहे अपना टीकाकरण अपनी अपॉइंटमेंट के समय सुरक्षित तरीके से करवाएं. साथ ही CoWIN से अपना टीकाकरण प्रमाणपत्र अवश्य डाउनलोड करें.
बहुत ज़रूरी है कि हम जल्द से जल्द, ज़्यादा से ज़्यादा लोगों का टीकाकरण करें और सभी लोग वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क पहनें, हाथ साफ़ रखें, दूरी बनाए रखें, भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें.
प्रधानमंत्री ने 21 अक्टूबर को 100 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि हासिल करने पर डॉक्टरों और नर्सों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने डाक्टरों, नर्सों और उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने 100 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि हासिल करने के लिए काम किया.
उन्होंने कहा – “भारत ने इतिहास रचा. हम 130 करोड़ भारतीयों के विज्ञान, उद्यम और उनकी सामूहिक भावना की विजय देख रहे हैं. 100 करोड़ टीकाकरण को पार करने पर भारत को बधाई. हमारे डॉक्टरों, नर्सों और इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए काम करने वाले सभी लोगों के प्रति आभार.”
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने भारत में कोविड-19 टीकाकरण मुहिम के तहत, लोगों को एक अरब वैक्सीन ख़ुराकें दिये जाने का आंकड़ा पार होने पर बधाई दी. दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए यूएन एजेंसी की क्षेत्रीय निदेशक ने, कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई में इसे एक अहम पड़ाव क़रार दिया.
भारत सरकार ने कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए दो वैक्सीन्स को स्वीकृति देने के बाद, इस वर्ष 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू किया था. इनमें से एक ऑक्सफ़र्ड-ऐस्ट्राज़ेनेका की वैक्सीन है और दूसरी, कोवैक्सीन, भारत में ही निर्मित है.