लॉकडाउन 2 पर पीएम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है. 14 अप्रैल की सुबह राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इसकी घोषणा की. प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस – कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में चार हफ्तों में चौथी बार राष्ट्र को संबोधित किया. 

भारत बोलेगा पर जानें प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश की मुख्य बातें:

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ आगे और लड़ाई कैसे लड़े इसे लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चा हुई है. उसमें हर किसी की ओर से यही सुझाव संदेश आया है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए.

प्रधानमंत्री ने 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा करते हुए कहा कि अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों और ‘हॉटस्पॉट’ पर निरंतर पैनी नजर रहेगी. प्रधानमंत्री के अनुसार कम जोखिम वाले क्षेत्रों में कुछ पाबंदियों में ढील 20 अप्रैल से दी जाएगी.    

The Prime Minister, Shri Narendra Modi addressing the Nation, in New Delhi on April 14, 2020.

प्रधानमंत्री ने लोगों से इस लॉकडाउन के दौरान आगे भी निरंतर सतर्क रहने और सामाजिक दूरी का पालन करने का अनुरोध किया. अपने भाषण में उन्होंने महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में सात बातों में देशवासियों का साथ मांगा.

पहली बात, बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें कोई पुरानी बीमारी हो.  

दूसरी बात, लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की ‘लक्ष्मण रेखा’ का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेस-कवर और मास्क का अवश्‍य उपयोग करें.

तीसरी बात, अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें.

चौथी बात, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करने के लिए ‘आरोग्य सेतु मोबाइल एप’ डाउनलोड करें. दूसरों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवीं बात, गरीब परिवारों की देख-रेख करें, उनके भोजन की आवश्यकताएं पूरी करें.

छठी बात, हर व्‍यवसाय या उद्योग में काम करने वाले लोगों के प्रति संवेदना रखें. उन्‍हें नौकरी से न निकालें.

सातवीं बात, हमारे देश के कोरोना योद्धाओं, यथा हमारे डॉक्टरों एवं नर्सों, सफाई कर्मियों और पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें.

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को लॉकडाउन से काफी लाभ हुआ है – “भारत सीमित संसाधनों के बीच जिस मार्ग पर चला है, वह आज पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है.”

उन्होंने देशवासियों को आश्वासन दिया कि दवाओं, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के पर्याप्त भंडार हैं.

प्रधानमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं को और भी अधिक मजबूत किया जा रहा है.

अपने संदेश में अम्बेडकर जयंती के महोत्सव पर प्रधानमंत्री ने डा. भीमराव अम्बेडकर को याद किया और भारत के विभिन्न प्रांतों में नए साल के आगमन पर मनाए जाने वाले त्योहारों की शुभकामनाएं भी दीं.


भारत बोलेगा: जानकारी भी, समझदारी भी