कुत्तों को आमतौर पर अक्लमंद और वफादार माना जाता है. ये आमतौर पर खुश रहते हैं. इनका अपने मालिक से खास संबंध होता है. कुछ कुत्ते थोड़े बिगड़ैल और ढीठ भी होते हैं. वे जो करना चाहते हैं, वही करते हैं. कुछ कुत्तों को तो ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाता है तो कुछ कुत्तों पर प्यार या ट्रेनिंग किसी भी चीज का असर नहीं होता. कई कुत्ते अपने मालिक या परिवार के लिए सिरदर्द भी बन जाते हैं.
पालतू रखना पहले से है फैशन में
असल में अपना पालतू रखना काफी पहले से एक फैशन रहा है, शौक भी. अब यह कई मामलों में जुनून-सा हो गया है, इस कदर कि पालतू जानवरों को अपने परिवार के सदस्य की तरह रखा जा रहा है. उन्हें ‘बेबी’ कहा जा रहा है, अपना बच्चा बताया जा रहा है. वहीं आए दिन कुत्ते के काटने से निजात पाने के लिए नगरपालिकाएं और सरकारें तरह-तरह की मुहीम भी चलाती दिख रही हैं. शहरों में खासकर जानवर-प्रेमी भी कम नहीं हैं. किसी ने किसी जानवर के खिलाफ कोई टिपण्णी की नहीं कि वे जायज भड़क उठते हैं.
दो करोड़ में बेंगलुरु के सतीश ने मंगवाया मैस्टिफ कुत्ता
गत दिनों बेंगलुरु के एक डॉग लवर ने एक करोड़ का कुत्ता चीन से मंगवाया. वह इंडियन डॉग ब्रीडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी हैं. सतीश कहते हैं, यह ख़ास जाति का कुत्ता खरीदना उनका बहुत पुराना सपना था जो अब पूरा हो गया है. सतीश ने कोरियन डोसा मैस्टिफ प्रजाति के दो कुत्ते मंगवाए हैं, कुल दो करोड़ रूपये नगद देकर.
यह आश्चर्य की बात है कि हाल ही में इसी बेंगलुरु शहर में कुत्ते पर हुए विवाद में एक युवक की जान चली गई. विवाद भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच रोमांचक मुकाबले के दौरान कुत्ते के भौंकने को लेकर हुआ था. और इसी बेंगलुरु शहर में एक महिला का भी बेरहम चेहरा सामने आया जिस पर एक कुतिया के आठ बच्चों को मारने का आरोप लगा.
डॉग पैरेंट का बिस्तर होता है कॉमन
एक पड़ताल में पाया गया कि जो लोग कुत्ते को पालतू बनाते हैं उनमें से ज्यादातर या तो डॉग लवर होते हैं या फिर डॉग पैरेंट. आए दिन यू-ट्यूब पर एक सुंदर से प्यारे पप्पी की वीडियो आती रहती है और लोग उसे देखने, शेयर करने से नहीं चूकते.
इंसान और कुत्तों के रिश्ते को अपने इलस्ट्रेशन में दर्शाते हुए कैली एंजेल का कहना है कि एक डॉग पैरेंट और डॉग लवर में भेद करना मुश्किल नहीं है. अगर प्यारे पप्पी को शेयर किया जा रहा है और उसके बारे में सुंदर सुंदर कमेंट किए जा रहे हैं तो समझ लीजिए ऐसा करने वाले डॉग लवर हैं. एक डॉग पैरेंट के पास इतना समय नहीं होता. उनका बिस्तर भी उनके कुत्ते के लिए होता है जिसे वे जान से ज्यादा चाहते हैं.