आज हम एक बहुत ही प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में रह रहे है. यहां पलक झपकते ही दुनिया इधर से उधर पहुंच जाती है, जो कभी ख़्वाबों-ख्यालों में भी संभव ना लगा हो. अचानक ही कुछ ऐसे चमत्कार हो जाते हैं कि दुनिया में छिपे किसी उपेक्षित कोने से रातों-रात सुपरस्टार्स उभर आते हैं. इस बारे में यह कहना शायद गलत नहीं होगा कि यह दुनिया है मीम्स वालों की.
मुकाबले एवं चुनौतियों भरी दुनिया में मान्यता हासिल कर पाने में जहां कई वर्षों लग जाते थे, आज वहीं लोग घर बैठे-बैठे इंटरनेट के माध्यम से अपनी ज़िन्दगियां बदल रहें हैं. ऊल-जलूल वीडियो एवं जीआईएफ के माध्यम से रातो रात प्रसिद्धि हासिल करने वाले युवाओं की अब कोई कमी नहीं है.
जहां एक तरफ इंटरनेट के माध्यम से अपने हुनर का प्रयोग कर दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचने वाले नास डेली जैसे जानकारीपूर्ण प्लेटफार्म हैं, वहीं दूसरी ओर स्वयं को प्रतिभाशाली घोषित कर प्रसिद्धि हासिल करने वालों को सूची, खासकर भारत में, कुछ ज्यादा ही लंबी है.
अब खुद ही सोचिए न, चाहे आपको पसंद हो या नहीं, ‘सेल्फी मैंने ले लिया’ प्रसिद्धि वाली ढिनचैक पूजा को आज कौन नहीं जानता.
लोगों को कब क्या बात छू जाए और कब कैसे कोई सेंसेशनल स्टार बन जाए, इसका अनुमान लगाना असंभव सा ही हो गया है. इसका एक उदाहरण हैं, मलयालम फिल्म ओरु अडार लव के गाने माणिक्य मलराया में अपने चेहरे के हाव-भाव से देश भर में सबका दिल जीत चुकीं 19 वर्षीय प्रियंका प्रकाश वारियर.
उनकी अदाएं लोगों को इस तरह भा जाएंगी कि वह गूगल पर ‘मोस्ट-सर्चड सेलिब्रेटी’ बन जाएंगी, यह तो खुद प्रियंका ने भी कभी नहीं सोचा था.
जहां प्रियंका के हाव-भाव लोगों को इतने पसंद आए, वहीं इंटरनेट पर प्रियंका के मीम्स की बौछार आ गई. उनके अनेक फैनक्लब पेज तैयार हो गए, और हर पोस्ट को हज़ारों-लाखों-करोड़ों लाइक एवं हिट्स मिलने लगे. यहां तक कि एक फेसबुक पेज पर तो प्रियंका को भारतीय जनता पार्टी का यूथ वर्कर भी बता दिया गया.
तस्वीरें एक बहुत ही इवोल्विंग माध्यम रही हैं, और विकासशील प्रौद्योगिकी के साथ-साथ कदम से कदम मिलाए चलीं हैं. हर किसी के लिए उपलब्ध फोटोग्राफी के साथ, एक छवि का उपयोग एवं उसका लोगों पर प्रभाव भी बदल रहा है.
सोशल मीडिया की भूमिका के साथ, चित्रों ने बहुत से दर्शक हासिल किए हैं और विडंबना यह है कि इसका स्वामित्व (ओनरशिप) सीमित है.
किसी ज़माने में लग्जरी मानी जाने वाली फोटोग्राफी, अब मीम एवं जीआईएफ संस्करणों में सिमट कर रह गई है. अब तो ऐसा लगता है जैसे सब कुछ पहले से ही अनुभव हो चुका है, और कुछ नया बचा ही नहीं है.
मीम एक विचार, व्यवहार या शैली हो सकती है, जिसे किसी संस्कृति के एक हिस्से के रूप में देखा जा सकता है. सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि कुछ तस्वीरें इस कदर आइकॉनिक बन गई हैं, कि उनका उपयोग टेक्स्ट या जीआईएफ के रूप में किया जाने लगा है.
सोशल मीडिया में मीम्स और जीआईएफ के आने से इंटरनेट पर कभी भी कोई सुस्त पल नहीं रहा है. तथ्य यह है कि ऑनलाइन साझा की गई सामग्री लगातार बदलती रहती है. इसका पूरा श्रेय उन लोगों को जाता है जो कि लोकप्रिय चित्र, दृश्य या वीडियों के रीमिक्स, पैरोडी या कैप्शन पर लगातार दिमाग दौड़ाते रहते हैं.
वर्ड्स ऑफ विमेन की संस्थापक लौरेन मार्टिन कहती हैं, “वास्तव में ऐसा लगता है कि आपके पास जितनी कम प्रतिभा है, आप इन दिनों उतनी ही अधिक प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं”.
बिना किसी हुनर के प्रसिद्ध होने की आकांक्षा रखने वालों के लिए वह कई मजाकिया विकल्प प्रदान करती हैं, जैसे कि कम उम्र में मां बन कर ‘टीन मॉम लाइफ’ पर वीडियो बनाना, कोई प्लास्टिक सर्जरी करवाना, एक भयानक ज्यादा बीट्स वाली वायरल वीडियो बनाना, या फिर नशे में चूर हो कर कोई ट्वीट करना.
मौजूदा स्थिति देखें तो ढिनचैक पूजा, ताहिर शाह, वेंणु मल्लेश, राज कुमार, और खुद को रैप किंग घोषित कर चुके ओमप्रकाश के शब्द भले ही उनके गानों की लिरिक्स बन गए हों, उनके किसी अंदाज में कुछ कहना भले ही कोई गाना बन गया हो, पर माने, या ना माने, बिना किसी प्रतिभा के ये चेहरे आज इंटरनेट के दिग्गज बन चुके हैं.
एक तरफ यह देखना दिलचस्प है कि इंटरनेट के ज़रिये कैसे हम ही में से कुछ लोग इतनी प्रसिद्धि एवं दौलत हासिल करने के विकल्प ढूंढ लेते हैं, वहीं दिल को एक सवाल कचोटता है, कि आखिर दूसरों के बल पर कोई कब तक उछलता रहेगा?
अंततः सवाल यह भी उठता है, कि क्या अब कोई भी कुछ भी करके प्रसिद्धि हासिल कर सकता है? आखिर कितना मायने रखता है किसी के लिए एक दिन में प्रसिद्ध हो जाना, कि वे किसी भी हद तक गुज़र जाते हैं. क्या मनोरंजन की कोई सीमाएं या बेहतर विकल्प नहीं हैं?
किसी के हुनर एवं लोकप्रियता पर सवाल उठाने से पहले ज़रूरी है यह भी देखना कि आप जिनकी निंदा कर रहें हैं, उनकी वीडियो अथवा मीम्स पर आए लाइक्स, शेयर्स, कॉमेंट्स, एवं हिट्स में आपका कितना योगदान रहा है?
इंटरनेट स्टार्स दर्शकों से ही बनते हैं. क्यों न हम कुछ बेहतर और अधिक योग्य लोगों एवं चैनल्स को फौलो करें? कुछ दिलचस्प विकल्प हैं- नास डेली, गुड मिथिकल मौर्निंग्स, सिमॉन गीऐर्त्ज.