फैशन ट्रेंड्स एक पहिये की तरह होते हैं जो घूम फिर कर वापस आते रहते हैं. हर बार इनके रूप में कुछ परिवर्तन देखने को मिलता है, परंतु नीव कहीं न कहीं किसी पुराने फैशन ट्रेंड में बसी होती है.
1940, हिंदी सिनेमा के इस शुरुआती दौर में मीना कुमारी, सुरैया एवं नरगिस ने पफ ब्लाउज, बंद गला ब्लाउज, स्लीव लेंथ ब्लाउज, वेस्ट लेंथ ब्लाउज के साथ कभी बनारसी तो कभी सिल्क की साड़ी पहन सिल्वर स्क्रीन पर अपना जादू बिखेरा. यह सभी ब्लाउज डिजाइन अब ट्रेंड बन कर हर फैशन वॉर्डरोब में एंट्री ले चुके हैं.
1950, इस समय के अन्य फैशन ट्रेंड्स को पीछे छोड़ते हुए मधुबाला ने ब्लॉक हील्स के साथ पहनी सफेद शर्ट एवं हाई वेस्ट, स्ट्रेट फॉलिंग ट्राउजर्स. ये आज के ज़माने की महिलाओं के लिए बेहतरीन विकल्प हैं.
1960, इस दौर में बॉलीवुड फैशन में एक नई लहर देखने को मिली जब शर्मीला टेगोर के स्विमसूट, मुमताज़ की नारंगी साड़ी, एवं सायरा बानू के बोटनेक ब्लाउज से धूम मच गई. आज के ज़माने के कैट आईज लुक, फ्लिंग्स एवं बड़े-बड़े चश्मे भी इसी एरा की इन अदाकाराओं से प्रेरित हैं.
1970, हाल फिलहाल का सबसे प्रचलित बौहेमेयन लुक इस दशक की बेहतरीन अभिनेत्री जीनत अमान से प्रेरित है. परवीन बौबी की डीप नेक ड्रेसेज, कैजुअल शर्ट और फॉलिंग ट्राउजर्स, हेलेन के फ्रिल्स और फेदर, एवं डिंपल कपाडिया के पोल्का डॉट टॉप की झलक आज भी अलग-अलग रूप में फैशन की दुनिया में देखने को मिलती है.
1980, इस दौरान रेखा ने एक ही रंग की प्लेन साड़ी एवं ब्लाउज व सादे, ढीले कुर्ते पहने जो आज भी हर महिला की पहली पसंद हैं.
1990, यह दशक बॉलीवुड फैशन में लेकर आया क्रॉप टॉप्स, मिडी स्कर्ट्स एवं डेनिम्स. करिश्मा कपूर, माधुरी दीक्षित, उर्मिला मंतोड़कर, रानी मुखर्जी, काजोल, जूही चावला एवं रवीना टंडन बने इस दशक के स्टाइल आइकॉन्स.