टेक्नोलॉजी (technology) इंडस्ट्री में लैंगिक विभेद की शिकार महिलाएं (women) होती रही हैं. लेकिन कौन कहता है कि इस इंडस्ट्री में महिलाएं लीड नहीं करतीं. वह तो कंपनी की टॉप पोस्ट की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रही हैं. हजारों कर्मचारी उनके नीचे काम कर रहे हैं. आप विश्वास के साथ कह सकते हैं कि महिलाओं ने ग्लास की सिलिंग तोड़ दी है और बोर्ड रुम में मीटिंग भी ले रही हैं.
शेरिल सैंडबर्ग, सीओओ, फेसबुक
सिलिकन वैली की सबसे अमीर महिलाओं में शुमार शेरिल (Sheryl Sandberg) हार्वड ग्रैजुएट हैं. जब इन्होंने फेसबुक को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवाया तब से कंपनी के डिजिटल कैश फ्लो में विस्तार हो रहा है.
सुसान वोज्स्की, चीफ एक्जक्यूटिव, यू-ट्यूब
सुसान (Susan Wojcicki) ने 1999 में गूगल ज्वाइन किया. जब इन्होंने यू-ट्यूब संभाला तो कंपनी का सालाना रेवेन्यू ग्रोथ 1.6 बिलियन डॉलर था, जिसे इन्होंने बहुत ही कम समय में चार बिलियन डॉलर पर पहुंचा दिया.
मारिसा मेयर, सीईओ, याहू
2012 में ये याहू की सीईओ बनीं और उससे पहले गूगल में बतौर वाइस प्रेसिडेंट, मैप्स और लोकेशन की जिम्मेवारी निभा रही थीं. गूगल अर्थ और गूगल मैप्स मारिसा मेयर (Marissa Mayer) के ब्रेनचाइल्ड हैं. सम्प्रति ये सनशाइन कॉन्टैक्ट की को-फाउंडर हैं और कंपनियों में इन्वेस्ट कर रही हैं.
रुथ पोरट, सीएफओ, गूगल
यें वाल स्ट्रीट की बिग विग के नाम से जानी जाती हैं. अमेरिका के ट्रेजरी और न्यूयार्क फेडरल रिजर्व में बतौर सलाहकार काम कर रही रुथ (Ruth Porat) पहले मार्गन स्टैनले में लंबे समय तक इंवेस्टमेंट बैंकिंग सेक्टर में वीपी की जिम्मेवारी निभा रही थीं. फिलहाल गूगल में बतौर सीएफओ काम कर रही हैं.
वेली डाइ, प्रेसीडेंट, मार्वल टेक्नोलॉजी
वेली डाइ (Weili Dai) ने अपने पति सेहात सुदारजा के साथ मिलकर अपने घर के किचन से कंपनी की शुरुआत की. फिलहाल कंपनी का वैल्यूशन मल्टी बिलियन डॉलर में है और 7000 से ज्यादा कर्मचारी इसमें काम करते हैं. इनकी कंपनी दुनिया में कंप्यूटर चिप्स की लीडिंग सप्लायर है और गूगल, सैमसंग जैसी कंपनियां इसके ग्राहक हैं.
जूलिया हू, सीईओ, लार्क टेक्नोलॉजी
फार्ब्स ने जूलिया हू को टेक इंडस्ट्री के टॉप 10 वुमेन लीडर्स में शामिल किया है. स्टैनफोर्ड ग्रैजुएट जूलिया हू (Julia Hu) लार्क टैक्नोलॉजी की सीईओ के साथ-साथ हीप-हॉप डांस क्लास भी चलाती हैं.
किंबरली गॉर्डन, सीईओ, डेपिक्ट
किंबरले गॉर्डन (Kimberly Gordon) आर्ट की शौकीन हैं और इन्होंने एक डिजिटल आर्ट प्लेटफार्म की ही स्थापना कर दी. यहां आर्टिस्ट को अपने आर्ट को डिजिटल फ्रेम करने की सुविधा मिलती है. डेपिक्ट का आर्ट कलेक्शन काफी रीच है.
पेनोलोप ट्रंक, फाउंडर, ई- सिटी डिल्स, मैथ.कॉम
पेनोलोप ट्रंक (Penelope Trunk) ने अपने करियर की शुरुआत टेक्नोलॉजी प्रोडक्टस की दुनिया की नंबर वन कंपनी इनग्राम माइक्रो में बतौर वेबमास्टर से शुरु की थी. अब ये खुद का बिजनेस संभाल रही हैं. ये ई-सिटी डिल्स, मैथ.कॉम समेत दो और ई-कामर्स कंपनी के करियर काउंसलिंग से जुड़ी हैं.
लीजा कौंकरगुड, सीएमओ, पिकमंकी
लिजा ने ऐडी बायर नामक ई-कॉमर्स कंपनी में बतौर टीम लीडर अपने करियर की शुरुआत की. फिर गूगल की ही एक सिस्टर कंपनी पिकनिक में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर बनीं. जब गूगल ने पिकनिक को बंद कर दिया तो लिजा कौंकरगुड (Lisa Conquergood) ने अपनी पूरी टीम के साथ पिकमंकी को ज्वाइन कर लिया.
मेग व्हिटमन, सीईओ, एचपी
फोर्ब्स की पावरफुल लेडी की सूची में शामिल मेग व्हिटमन (Meg Whitman) ने बतौर ब्रांड मनैजर करियर की शुरुआत प्रॉक्टर एंड गैंबल से की थी. टेक इंडस्ट्री की वन-टू-टेन कंपनी में हैवलैट पैकार्ड को शामिल कराने का श्रेय इन्हीं को जाता है. हाल ही में इन्होंने कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर पद के लिए भी चुनावी दावेदारी पेश की थी.
लूसी पेंग, सह संस्थापक, अलीबाबा
लूसी पेंग (Peng Lei) दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के फाइनेंसियल डिपार्टमेंट अलीपे की सर्वे-सर्वा हैं. अलीपे का दायित्व संभालने के बाद लूसी ने कंपनी यूजर्स की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी की है. 615 मिलियन यूजर्स अभी अलीपे का इस्तेमाल करते हैं.
एमी हुड, सीएफओ, माइक्रोसॉफ्ट
एमी हुड (Amy Hood) का बैकग्राउंड तो वैसे इंवेस्टमेंट बैंकिंग में था, लेकिन 2002 में इन्होंने माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन किया और कपंनी की पहली महिला सीएफओ बनी. फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा टेकओवर की गई कंपनी माइनक्राफ्ट का सारा दायित्व इन्हीं के कंधे पर है.
गिन्नी रोमैट्टी, सीईओ, आइबीएम
जिस कंपनी में गिन्नी रोमैट्टी (Ginni Rometti) ने निचले पायदान से काम करना शुरु किया, उसी कंपनी में सबसे ऊंचे पायदान पर यानी सीईओ की कुर्सी पर बैठी हैं. आइबीएम में बतौर सिस्टम इंजीनियर गिन्नी ने काम करना शुरु किया और मेहनत-लगन के दम पर फटाफट प्रमोशन मिलता गया.
सैफरा कैट्ज, सीईओ, ओरेकल
फोर्ब्स की पावरफुल महिलाओं की सूची में शामिल साफरा काट्ज (Safra Catz) पिछले बीस साल से ओरेकल की सीईओ हैं. पिछले पांच सालों से साफरा ने अपने प्रयास से 85 नई कंपनियों का अधिग्रहण किया है. 2015 में ओरेकल का वैल्यूएशन 525 मिलियन डॉलर था.
एंजेला रेंड्ज, मेंबर लीडरशीप टीम, एपल
एंजेला रेंड्ज (Angela Ahrendts) टीम कुक के एपल लीडरशीप टीम की हिस्सा रही हैं.
2019 तक जब वे एप्पल (apple Inc.) में बनी रहीं, उन्हें अमेरिका में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाली महिला अधिकारी होने के नाते सालाना 82.6 मिलियन डॉलर मिलता रहा.
उर्सला बर्न्स, सीईओ, जेरोक्स
दुनिया के लिए अनजान उर्सुला (Ursula Burns) ने समर इंटर्न के रुप में 1980 में जेरोक्स कंपनी ज्वाइन किया था और धीरे-धीरे इस कंपनी की सबसे पावरफुल वुमन बन गईं. 2009 में वो कंपनी की सीईओ बनाई गईं और इन्होंने कंपनी को ग्लोबल ब्रांड बना दिया.
मैरी मीकर, एमडी, केपीसीबी
1991-2010 तक मैरी मॉर्गन स्टैनले में एमडी रहते कई बड़ी कंपनियां मसलन अलीबाबा, अमेजन, इन्यूट, एपल, इबे और माइक्रोसॉफ्ट के प्रोजेक्ट पर काम करती रहीं. 2010 में मैरी (Mary Meeker) ने जब केपीसीबी ज्वाइन किया तो इन्हें क्वीन ऑफ सिलिकन वैली के नाम से लोग जानते थे.
सोलिना चाउ, संस्थापक, होराइजन वेंचर्स
एशिया के सबसे अमीर इंसान के पत्नी के होने के साथ-साथ सोलिना (Solina Chau) टेक इंडस्ट्री को फंडिग भी करती हैं. होराइजन वेंचर्स के जरिये इन्होंने टेक इंडस्ट्री में नौ बिलियन डॉलर की फंडिंग की है.
पदमाश्री वैरियर, चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, सिस्को
सिस्को सिस्टम के सफलतापूर्वक अधिग्रहण में पदमाश्री (Padmasree Warrior) का अहम योगदान है. सिस्को में बतौर चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर काम कर रही पदमाश्री पहले मोटोरोला में थीं और वहां अपने लगन से इन्होंने कंपनी को 2004 में नेशनल मेडल ऑफ टेक्नोलॉजी का अवार्ड दिलाया.
जेनी ली, वेंचर कैपिटलिस्ट
जेनी ली (Jenny Lee) चीन की नंबर वन वेंचर कैपिटलिस्ट हैं और फोर्ब्स ने भी इन्हें टॉप वेंचर कैपिटलिस्ट की लिस्ट में पहला स्थान दिया हुआ है. ली ने चीन में कई बड़ी कंपनिया समेत टेक स्टार्ट अप में भी वेंचर कैपिटल के जरिये निवेश किया है.
वनिता नारायण, एमडी, आइबीएम इंडिया
1987 में आइबीएम के यूएस ऑफिस से वनिता नारायण (Vanitha Narayanan) ने करियर की शुरुआत की और इन 25 सालों के दौरान सेल्स, मार्केटिंग का काम देखते-देखते कंपनी के लिए कई देशों में बहुत सारे ग्राहक बनाए.
नीलम धवन, एमडी, एचपी इंडिया
इंडियन टेक इंडस्ट्री में नीलम (Neelam Dhawan) का अनुभव दो दशक का रहा है. एचपी इंडिया की एमडी बनने से पहले ये माइक्रोसॉफ्ट में एमडी थीं. इनके ऊपर कंपनी के प्रॉफिट से लेकर कंपनी के सभी विंग पीसी, प्रिंटर एचपी सर्विस के ओवरऑल बिजनेस का जिम्मा रहा.
अरुणा जयंती, सीईओ, कैपजेमिनी इंडिया
फॉर्च्यून इंडिया की टॉप 50 पावरफुल वुमन लीडर्स की लिस्ट में अरुणा (Aruna Jayanthi) तीसरे स्थान पर हैं. आइटी सर्विस इंडस्ट्री में इनका दो दशक से ज्यादा का अनुभव है. फिलहाल फ्रेंच आइटी कंपनी कैपजेमिनी की मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में एशिया पैसिफिक व लैटिन अमेरिका का बिजनेस देख रही हैं.
कीर्तिगा रेड्डी, हेड ऑफ ऑफिस, फेसबुक इंडिया
2010 में फेसबुक के इंडिया ऑफिस में सबसे पहली कर्मचारी कीर्तिगा (Kirthiga-Reddy) थीं और पांच साल के अंदर अपने हैदराबाद ऑफिस से कंपनी के लिए यूजर्स, एडवरटाइजर्स और डेवलपर्स का एक बड़ा नेटवर्क खड़ा कर दिया.
कुमुद श्रीनिवासन, प्रेसीडेंट, इंटेल इंडिया
इंटेल के भारतीय ऑफिस के लिए सभी ऑपरेशन और मैनेजमेंट का जिम्मा कुमुद (Kumud Srinivasan) के पास ही रहा. ये 1987 में इंटेल में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ज्वाइन की थीं और फिर कंपनी की टॉप पोस्ट पर पहुंचीं.
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आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के अनुसार – एक समय था जब भारत दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए केवल एक बैंक-ऑफिस था, जहां अधिकतर काम, एक पूरक कार्यवाही के रूप में था यानी बौद्धिक काम के बजाय भारत में आने वाला काम लिखा-पढ़ी से जुड़ा था. लेकिन भारतीय तकनीक और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र (startup ecosystem) अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ते हुए, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है.