दिल्ली कैपिटल्स स्तब्ध

यह है दिल्ली कैपिटल्स का हाल – 17 गेंद, 8 रन और 7 विकेट. किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि आईपीएल में दिल्ली की टीम का इस कदर पतन हो जाएगा.

किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ दिल्ली की टीम तीन विकेट पर 144 रन के स्कोर से 152 रन पर ही ढेर हो गई.

यह हॉल उस टीम का है जिसके पास भारत के सफल कप्तानों में से एक और बाएं हाथ के बेहतरीन बल्लेबाज सौरव गांगुली सलाहकार के रूप में हैं.

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान तथा बल्लेबाज रिकी पोंटिंग भी इसके मुख्य कोच के रूप में मौजूद हैं.

इस टीम के पास भारत के दो सबसे युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत हैं.

लेकिन, दिल्ली कैपिटल्स ने मात्र आठ रन के अंतराल में अपने आखिरी सात विकेट गंवाकर खुद पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर हताश और निराश हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जीतने की स्थिति से टीम चार गेंद पहले कैसे हार गई.

दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर हताश और निराश हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जीतने की स्थिति से टीम चार गेंद पहले कैसे हार गई.

अय्यर ने कहा कि बाहर बैठकर यह देखना बड़ा पीड़ादायक था कि विकेट गिर रहे थे और कोई भी बल्लेबाज मैच जिताने लायक शॉट नहीं खेल पा रहा था.

खुद पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन का कहना है कि ऐसा बहुत कम होता है जब आप 166 रन बनाने के बाद दूसरी टीम को 144 के मजबूत स्कोर से 152 रन पर आउट कर दें.

पीसीए स्टेडियम, मोहाली में 1 अप्रैल को किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला खेला गया.

दरअसल आईपीएल का कमाल ही कुछ ऐसा है जहां टीमें अच्छी स्थिति में रहने के बावजूद अचानक हार जाती हैं.

यह क्लब क्रिकेट है जहां टीमें ऐसी हार के बाद भी बच जाती हैं वरना यदि किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में ऐसा भारतीय टीम के साथ हो तो मीडिया और खेल प्रेमी टीम को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

दिल्ली की टीम ने अपना नाम आईपीएल के 12वें सत्र के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स से बदलकर दिल्ली कैपिटल्स रख लिया था ताकि टीम की किस्मत चमक सके.

लेकिन, यदि टीम ऐसे मैच गंवाएगी तो फिर दिल्ली का इस बार भी वैसा ही हश्र होगा जैसा पिछले सत्रों में होता आया है.

गांगुली और पोंटिंग को खिलाड़ियों को बताना होगा कि आप नजदीकी मुकाबले में ऐसी गलतियां नहीं कर सकते.


किंग्स इलेवन पंजाब की मालिक प्रीति जिंटा.

आईपीएल में 15 करोड़ रुपये की भारी भरकम कीमत पाने वाले ऋषभ पंत को अपने विकेट की कीमत समझनी होगी.

पंत के आउट होने के बाद ही दिल्ली की पारी का दबाव में पतन हो गया. जिस मैच को पंत आसानी से जिताकर पवेलियन लौट सकते थे उसी मैच में उनकी गलती टीम को भारी पड़ गई.

कोच पोंटिंग को पंत की प्रतिभा पर काफी भरोसा है और पंत को पोंटिंग जैसे बड़े खिलाड़ी के भरोसे पर खरा उतरना होगा.

यह आईपीएल में सबसे खराब सात विकेट का पतन है.

इससे पहले डेक्कन चार्जर्स की टीम 2009 में डरबन में दिल्ली के खिलाफ 12 रन पर सात विकेट गंवाकर तीन विकेट पर 149 रन से 161 रन पर ढेर हो गई थी, जबकि राजस्थान रॉयल्स की टीम 2010 में रॉयल चैलेजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 17 रन पर सात विकेट गंवाकर तीन विकेट पर 75 रन से 92 रन पर सिमट गई थी.


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