भारत बोलेगा

विराट कोहली: हमने खराब खेला

भारत के कप्तान विराट कोहली ने माना है कि 40 मिनट खराब क्रिकेट खेलने की वजह से टीम इंडिया आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल में नहीं पहुंच सकी.

ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर खेले गए पहले सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड ने भारतीय टीम के लिए 240 रन बनाने की चुनौती रखी थी, जिसके विरुद्ध टीम इंडिया की जवाबी कार्रवाई बिगड़ गई और चौथे ओवर में भारत का स्कोर 5/3 हो गया था. 

न्यूज़ीलैंड गेंदबाज़ों के इस करिश्माई प्रदर्शन को भारत के कप्तान विराट कोहली ने ‘परफेक्ट स्पेल’ बताया है जिसमें ओपनर्स रोहित शर्मा और केएल राहुल के साथ विराट खुद एक रन बनाकर आउट हो गए थे.

भारत ने मैच जीतने के लिए ज़ोर लगाया जब रविंद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धोनी (50) ने सातवें विकेट के लिए वर्ल्ड कप में रिकॉर्ड साझेदारी निभाते हुए 116 रन जोड़े.

लेकिन पारी की शुरुआत में खोए उन तीन विकेट की वजह से भारत को 18 रन से हार का सामना करना पड़ा.

भारत के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर एक बेहद नाटकीय मैच में 18 रन से जीत दर्ज करने के बाद न्यूज़ीलैंड ने लगातार दूसरी बार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया

कोहली ने कहा, “जब हम बल्लेबाज़ी कर रहे थे तब उन 40 मिनट में ही खेल का रुख पलट गया और इसके लिए न्यूज़ीलैंड टीम के गेंदबाज़ों की दाद देनी होगी क्योंकि उन्होंने दिखा दिया कि नई गेंद से कैसे गेंदबाज़ी की जाती है.”

“उन्होंने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी की और हमें गलती करने पर मजबूर किया. उन 40-45 मिनट में उन्होंने हमारे बल्लेबाज़ों पर बहुत दबाव बनाया.”

“न्यूज़ीलैंड ने हमें रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया, पहले सात या आठ ओवर तक हमें ड्राइव करने के लिए एक भी गेंद नहीं मिली.”

“हमें इस बात को कबूल करना पड़ेगा कि इस चुनौती पर हम खरे नहीं उतरे, दबाव झेलने में हम नाकाम रहे, इन बातों को हमें मानना होगा और यही कहानी स्कोर बोर्ड पर दिखती है.”

“लेकिन हां, हम इतना बुरा नहीं खेले, और सिर्फ 40-45 मिनट के खराब प्रदर्शन ने हमें वर्ल्ड कप 2019 से बाहर कर दिया. एक खिलाड़ी के तौर पर हमें इस बात को कबूल करना होगा. खेल में ऐसा ही होता है.”

240 रन का लक्ष्य छोटा लग रहा था और कोहली ने माना कि उन्हें तनिक हैरानी नहीं हुई जिस तरह न्यूज़ीलैंड की टीम ने इस स्कोर को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी.

क्या कहा न्यूज़ीलैंड के कप्तान ने

जिस तरह न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ ट्रैंट बोल्ट और मैट हेनरी ने भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर की धज्जियां उड़ाईं उससे कप्तान विलियमसन अपनी खुशी का इज़हार करने से रोक नहीं सके.

उनके गेंदबाज़ों के इसी प्रदर्शन की वजह से दस ओवर के बाद टीम इंडिया का स्कोर 24/4 हो गया था.

विलियमसन ने कहा, “मैं दाद देता हूं जिस तरह टीम के खिलाड़ी जूझते रहे और उन्होंने अपने मानसिक संतुलन को बनाए रखा.”

‘गेंद के साथ हमने शानदार शुरुआत की. इसी से हम आगे निकल गए और हमारा पलड़ा भारी हो गया. खिलाड़ियों ने वो सभी गुण दिखाए जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है.”

“ये मुकाबला तलवार की धार पर था, ये अच्छा हुआ कि छोटे मोटे पल हमारे हक में गए और हम इस मैच को जीतने में कामयाब हुए. इस पूरे मुकाबले के दौरान गेंद से, बल्ले से और फील्डिंग में कई खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया और यही वजह है कि हम जीतने में सफल रहे.”

“जिस तरह धोनी और जडेजा ने प्रहार करना शुरु किया तब लगा कि वो इस मैच को जीत जाएंगे लेकिन हमने लाजवाब फील्डिंग का प्रदर्शन किया. मार्टिन का धोनी को रन आउट करना इस मैच का टर्निंग पॉइंट था.”
 


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