लेक कैसल सीहॉफ साल 1686 में बैम्बर्ग के प्रिंस बिशप मार्क्वार्ड सेबेस्टियन वॉन शेन्क वॉन स्टाफनबर्ग के लिए गर्मियों के मौसम में उनके प्रवास के लिए बनाया गया था.
इस इमारत को जर्मनी में एक ख़ास चित्रकला, वास्तुकला एवं नक्काशी, जिसे बरोक कहते हैं, के गहने के रूप में जाना जाता है. इसके मुख्य द्वार को नारंगी रंग में सफेद प्लास्टर से तैयार किया गया है.
जन साधारण के लिए इसके कुछ कमरे अब खोले गए हैं. इसका बॉलरूम, जिसे व्हाईट हॉल भी कहा जाता है, की छत प्रसिद्द फ़्रेस्को पेंटिंग से लबालब है जिसे विख्यात कलाकार जुजेपो अपयानी ने तैयार किया था. इमारत के पीछे फर्डिनेंड टिएट द्वारा निर्मित प्रभावशाली फव्वारे लगाए गए हैं.
लेक कैसल सीहॉफ को स्थानीय लोग पिकनिक के लिए भी खूब इस्तेमाल करते हैं. वे यहां वाटर शो और सैंडस्टोन की मूर्तियों को देखने भी आते हैं.
इसका सुंदर बगीचा युगल जोड़ों को खासा आकर्षित करता है जहां वे दिन भर यूं ही वक़्त बिता सकते हैं चूंकि यहां का वातावरण वास्तव में बहुत ही शांत है.
यहां के खूबसूरत उद्यान में जादुई ‘व्होम्पिंग विलो’ पेड़ लगे हैं जिन्हें देखकर हैरी पॉटर फिल्म के वे पेड़ याद आ जाते हैं जो पत्ते तोड़ने वालों पर वार करते हैं. लेकिन, वास्तव में वे हॉर्स चेस्ट नट के पेड़ हैं जो इमारत निर्माण के समय के सबसे पसंदीदा पेड़ थे.