दुनिया भर के लिए दहशत और भय का पर्याय बन चुके कोरोना वायरस कोविड-19 की उत्पत्ति चीन से हुई थी. अब चीन ने ही इसका इलाज ढूंढ निकालने का दावा किया है.
चीनी अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना का तोड़ ढूंढ निकाला है. चीनी अनुसंधानकर्ताओं के दावों के अनुसार जानवरों पर इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है.
चीन में हुबेई प्रांत के वुहान में दिसंबर 2019 में कोरोना के संक्रमण का पहला मामला प्रकाश में आया था. अब तो दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 लाख हो गई है.
नए अध्ययन के अनुसार नई दवा के गिनी पिग और बंदरों पर किए गए परीक्षण के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं.
इन परीक्षणों से पता चला है कि अब कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है. बीजिंग एडवांस्ड इनोवेशन सेंटर फॉर जेनोमिक्स के निदेशक सन्नी जेई के नेतृत्व में अनुसंधान टीम ने परीक्षण किया.
एंटीबाडी बीडी-368-2 का जब संक्रमित गिनी पिग में परीक्षण किया गया तो वायरस का खतरा 2400 गुना कम हो गया. और जब संक्रमण रहित गिनी पिग पर बीडी-368-2 का परीक्षण किया गया तो वह वायरस से सुरक्षित हो गई.
इसका बंदरों पर भी परीक्षण सफल रहा था जो मनुष्यों के पूर्वज माने जाते हैं. इस एंटीबाडी से संक्रमण को ख़त्म करने और इससे बचाव करने की दवा बनाई जा सकती है. इस दवा का अभी मानव पर परीक्षण किया जाना बाकी है.
एंटीबॉडी के क्लिनिकल ट्रायल जारी हैं और अनुसंधान टीम को विश्वास है कि इससे कोरोना का इलाज ढूंढा जा सकता है.